महिला समाख्या महिला एवं बाल विकास उत्तर, प्रदेश द्वारा वित्त पोषित राज्य स्तरीय कार्यक्रम है। कार्यक्रम का मूलभूत आधार है ‘ महिला समानता के लिये शिक्षा’। अतः कार्यक्रम में शिक्षा को ही सशक्तिकरण का माध्यम बनाया गया है। महिला समाख्या कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के 3 जिलों से प्रारंभ होकर वर्तमान में 19 जिलों के 78 शैक्षणिक रूप से पिछडे विकास खडों के 5903 गांवो में विस्तारित है। कार्यक्रम के माध्यम से 5533 संघ(समूह) बने है, जिनसे लगभग 121468 महिलाएं कार्यक्रम से सीधे जुड़ी है।
महिला समाख्या पुस्तकालय
महिला समाख्या कार्यक्रम की सफलता से महिला मुद्दों को एक नया आयाम मिला है। पिछले वर्षो में महिला समाख्या ने जेण्डर रिसोर्स सेन्टर के रूप में नारीवादी विचारधारा से हस्तक्षेप करने में अपनी एक पहचान बनाई है। केन्द्र की निम्न विषयों (हिन्दी व अंग्रेजी) पर प्रशिक्षण देने, सामग्री निर्माण व अध्ययन करने की क्षमता है - शिक्षा ,स्वास्थ्य,जेण्डर, नारीवादी, डेवलपमेन्ट,हिंसा,कानून, उपन्यास
पुस्तकालय का समय - सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 11.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक।
सदस्यता -
पुस्तकालय में आकर पढने सकते है।
वार्षिक सदस्यता -400 रू, जिसमें 300 रू काशन मनी व 100 रू पुस्तकालय सदस्यता फीस।
आजीवन सदस्यता फीस 500 रू और 500 रू काशन मनी जमा करनी होगी।
पुस्तक सदस्य को एक सप्ताह केे लिए एक पुस्तक इश्यू होगी।
पुस्तक समय से वापस न करने पर 10 रू प्रति दिन के हिसाब से दण्ड देय होगा।
पुस्तक खोने पर पुस्तक का वर्तमान मूल्य जमा करना होगा।
वापसी के समय यदि किताब मुड़ी, फटी, नुची है तो 5 /रू से किताब की स्थितिनुसार तक दण्ड देय होगा।