सर्व शिक्षा विभाग की ओर से अनुबंध आधार पर निकाली गई इंफॉरमेशन कम लाइब्रेरी आफिसर भर्ती के लिए मांगी गई एमटेक की योग्यता पर लाइब्रेरी प्रोफेशनल भड़के हुए हैं। इस मामले को लेकर लाइब्रेरी साइंस की डिग्री करने वाले विद्यार्थियों ने बैठक कर अपना विरोध जताया। राकेश शर्मा ने बताया कि इससे पहले भी 18 फरवरी को केयू में, तीन मार्च को यमुनानगर में और चार मार्च को पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में बैठक कर विभाग की गलत योग्यता की कड़ी निंदा की गई है। लाइब्रेरी प्रोफेशनल राजेंद्र चौधरी, भूषण, यादविंद्र सिंह, चंद्रदत्त और संदीप ने कहा कि अगर लाइब्रेरी आफिसर की भर्ती में भी योग्यता बी लिब व एमलिब को छोड़कर एमटेक मांगी जाएगी तो ऐसे में लाइब्रेरी का कोर्स करने वाले विद्यार्थियों का भविष्य अंधेरे में जाना निश्चित है। विद्यार्थियों ने कहा कि लाइब्रेरी साइंस के कोर्स को बंद कर देना चाहिए क्योंकि जब युवाओं को अपने क्षेत्र में ही रोजगार नहीं मिलेगा तो फिर कहां मिलेगा। इसलिए लाइब्रेरी साइंस की डिग्री का कोई औचित्य नहीं रह गया है। सदस्यों ने कहा कि इस मामले को लेकर जल्द से जल्द सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को ज्ञापन सौंपकर योग्यता में बदलाव की मांग की जाएगी। ताकि लाइब्रेरी प्रोफेशनल को न्याय मिल सके। ताकि लाइब्रेरी साइंस के विद्यार्थियों के साथ भविष्य में अन्याय न हो।
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